SB 10.65.7
कच्चिन्नो बान्धवा राम सर्वे कुशलमासते ।
कच्चित् स्मरथ नो राम यूयं दारसुतान्विता: ॥ ७ ॥
कच्चित् स्मरथ नो राम यूयं दारसुतान्विता: ॥ ७ ॥
kaccit — whether; naḥ — our; bāndhavāḥ — relatives; rāma — O Balarāma; sarve — all; kuśalam — well; āsate — are; kaccit — whether; smaratha — remember; naḥ — us; rāma — O Rāma; yūyam — all of you; dāra — with wives; suta — and children; anvitāḥ — together.
भावार्थ
[The cowherds said:] O Rāma, are all our relatives doing well? And Rāma, do all of you, with your wives and children, still remember us?
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