वेदाबेस​

SB 10.58.56

श्रुतकीर्ते: सुतां भद्रां उपयेमे पितृष्वसु: ।
कैकेयीं भ्रातृभिर्दत्तां कृष्ण: सन्तर्दनादिभि: ॥ ५६ ॥

śrutakīrteḥ — of Śrutakīrti; sutām — the daughter; bhadrām — named Bhadrā; upayeme — married; pitṛ-svasuḥ — of His father’s sister; kaikeyīm — the princess of Kaikeya; bhrātṛbhiḥ — by her brothers; dattām — given; kṛṣṇaḥ — Lord Kṛṣṇa; santardana-ādibhiḥ — headed by Santardana.

भावार्थ

Bhadrā was a princess of the Kaikeya kingdom and the daughter of Lord Kṛṣṇa’s paternal aunt Śrutakīrti. The Lord married Bhadrā when her brothers, headed by Santardana, offered her to Him.

बेस- पूरे विश्व में वैदिक संस्कृति सिखाने का लक्ष्य

©2020 BACE-भक्तिवेदांत सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्था

www.vedabace.com यह वैदिक ज्ञान की विस्तृत जानकारी है जो दैनिक साधना, अध्ययन और संशोधन में उपयोगी हो सकती है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें - info@vedabace.com