वेदाबेस​

SB 10.23.16

नमो वो विप्रपत्नीभ्यो निबोधत वचांसि न: ।
इतोऽविदूरे चरता कृष्णेनेहेषिता वयम् ॥ १६ ॥

namaḥ — obeisances; vaḥ — unto you; vipra-patnībhyaḥ — the wives of the brāhmaṇas; nibodhata — please hear; vacāṁsi — words; naḥ — our; itaḥ — from here; avidūre — not distant; caratā — who is going; kṛṣṇena — by Lord Kṛṣṇa; iha — here; iṣitāḥ — sent; vayam — we.

भावार्थ

[The cowherd boys said:] Obeisances unto you, O wives of the learned brāhmaṇas. Kindly hear our words. We have been sent here by Lord Kṛṣṇa, who is passing by not far from here.

बेस- पूरे विश्व में वैदिक संस्कृति सिखाने का लक्ष्य

©2020 BACE-भक्तिवेदांत सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्था

www.vedabace.com यह वैदिक ज्ञान की विस्तृत जानकारी है जो दैनिक साधना, अध्ययन और संशोधन में उपयोगी हो सकती है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें - info@vedabace.com